Madhu Arora

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लेखनी प्रतियोगिता -16-Mar-2022 देखो मदमस्त मौसम आया

देखो देखो धरा है सुंदर ,
मन को वह तो मोह रही ।
प्रकृति भी देखो जरा,
श्रंगार धरा का कर रही।

प्रेम का त्यौहार है आया,
चारों ओर रंग है छाया।
अबीर, गुलाल ,टेसू की बहार,
मदमस्त सा मौसम आया।

देखो सब पर मस्ती छाई,
 बाजे ढोल और ताशे।
 रंग भरा यह फागुन आया,
  रंग  एक दूजे को सारे।

  सबके मन अपार खुशी,
 मौसम हुआ गुलाबी रे।
 देखो नार नवेली नाचे,
 प्रीतम करे ठिठोली रे।

प्यार का रंग घुले जीवन में,
मस्ताने से दोनों आज।
झूम झूम करके मस्ती में,
एक दूजे को रंग दे आज।।

मधुर रस बरसाए बहार,
प्रेम की ऐसी पड़ी फुहार।
आजा जीवन साथी तू भी,
मदमस्त से  नाचे आज।

कहीं भांग है घुट रही,
बन रहे पकवान कहीं।
लोग पीते शराब कहीं,
बस यह बुरी बात रही।।
          रचनाकार ✍️
          मधु अरोरा
          16.3.२०२२
प्रतियोगिता के लिए



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6 Comments

Shrishti pandey

17-Mar-2022 05:45 PM

Very nice

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Punam verma

17-Mar-2022 09:19 AM

Very nice

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Abhinav ji

16-Mar-2022 07:38 PM

Nice

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